ज्योतिष

अक्षय तृतीया की महत्य क्या है ! जानिए क्या करें अक्षय तृतीया के  दिन!

अक्षय तृतीया की महत्य क्या है ! तिथि अनुसार इस वर्ष अक्षय तृतीया रविवार २६ एप्रिल २०२० के दिन है!  वैशाख शुक्ल तृतीया को अक्षय तृतीया कहते हैं। चूँकि इस दिन किया हुआ जप, तप, ज्ञान तथा दान अक्षय फल देने वाला होता है अतः इसे 'अक्षय तृतीया' कहते हैं। यदि यह व्रत सोमवार तथा रोहिणी नक्षत्र में आए तो महाफलदायक माना जाता है। 

वास्तु देव को कैसे करे संतुष्ट? वास्तुदेव की उत्पत्ति कैसे हुई, उनका मूल स्वरूप व् मन्त्र क्या है!

वास्तु देव को कैसे करे संतुष्ट? वास्तुदेव की उत्पत्ति कैसे हुई, उनका मूल स्वरूप व् मन्त्र क्या है!निवास स्थान अर्थात जिस भूमि पर हम निवास करते हैं, उसे ही वास्तु के स्वरुप में जाना जाता है।किसी भी निवास स्थान का वास्तु शुभ अत्यंत शुभ होना आव्यश्यक होता है ,एक अच्छे पारिवारिक जीवन बिताने के लिए! निवासस्थान में वास्तु का प्रभाव शुभ रहने परउन स्थान के निवासियों को अपार पारिवारिक सुख-सौभाग्य और धन समृद्धि प्राप्त होता है,वहीँ पर किसी भी अशुभ वास्तु स्थान अथवा दोष युक्त वास्तु स्थान में निवास करने का परिणाम अत्यंत हानिकारक होता हैं।

मकर संक्रांति में राशी के अनुसार कौनसि वस्तुओ का दान करने पर मिलता शनि देव की कृपा!

मकर संक्रांति में आपके राशी के अनुसार कौनसि वस्तुओ का दान करने पर मिलता शनि देव की कृपा! जानिए कि मकर संक्रांति के दिन आपनी आपनी राशि के अनुसार कौन कौनसी चीज का दान करना चाहिए! कैसे उद्यापन करे मकर संक्रांति रीती ? सूर्यदेव की कृपा पाने के लिए क्या करना चाहिए? मकर संक्रांति पर कैसे करे तिल का प्रयोग!

मकर संक्रांति क्‍या है ? जानिए इसकी महत्व व् पूजा विधि!

कब है मकर संक्रांति ? १४ या फिर १५ जनवरी! जानिए; इसकी महत्व व् पूजा विधि!सनातन हिन्दू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहार मकर संक्रांति का स्थान हिंदू धर्म में अत्यंत विशेष  है।प्रति वर्ष यह त्योहार जनवरी महीने की 13 या 14 तारीख को ही आता है। परन्तु , इस  साल अर्थात; सन 2020  में मकर संक्रांति का त्योहार इस बार न तो 13 को और न ही 14 को है।इस वर्ष मकर संक्रांति का पावन पर्व १५ जनवरी होने जा रहा है !मकर संक्रांति का ये विशेष पर्व  सूर्य देव को समर्पित है।
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नैमिष में होगी गोमती आरती, नदियां जिबित रही तो संस्कृति जीवित रहेंगी-योगी आदित्यनाथ!

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नैमिषेय शंखनाद में 51 तीर्थों के जल से हुए यज्ञ से पवित्र की गई नैमिष की धरती पर गंगा और सरयू की तरह गोमती नदी को स्वच्छ करने के लिए सभी का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नदियां अगर मरेंगी तो हमारी संस्कृतियां जीवित नहीं रह पाएंगी।

प्राचीन भारत के मान्यता अनुसार कौन है वो सात महामानव जो हजारों वर्षों से हैं जीवित?

भारतीय हिंदू इतिहास, पुराण और प्रमुख ग्रंथो के अनुसार इस दुनिया मैं ऐसे सात व्यक्ति हैंजो चिरंजीवी हैं। मतलब इन्हे अमरता का वरदान प्राप्त है ये सभी दिव्य और आलोकिक शक्तियोंसे पूर्ण संपन्न हैं और ये महामानव या महापुरुष किसी न किसी वचन या शाप से बंधे हुए हैं।हिन्दू इतिहास के अनुसार योग में जिन अष्ट सिद्धियों की बात कही या लिखी गई हैवे सारी अदभुद शक्तियाँ इनके पास हैं।