जी एस टी की लॉचिंग! एक देश एक टैक्स लागू – प्रधानमंत्री ने इसे अच्छा एवं साधारण टैक्स कहा।
GST launched- One country-One Tax implemented – Prime Minister called it good and simple tax.
समाज विकास संवाद!
नई दिल्ली।
जीएसटी की लॉचिंग, एक देश एक टैक्स लागू-प्रधानमंत्री ने इसे अच्छा एवं साधारण टैक्स कहा, आर्थिक एकीकरण के लिए की गई पहल ह,
देश के अब तक के सबसे बड़े कर सुधार की लांचिंग का ऐतिहासिक मौका
शुक्रवार की आधी रात को लांच किया गया। रात के ठीक 12 बजते ही राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साथ बटन दबाकर पूरे देश में एक टैक्स व्यवस्था की शुरुआत की।
जीएसटी की लॉचिंग के मौके पर संसद के सेंट्रल हॉल में तमाम गणमान्य लोग मौजूद थे।
इस कार्यक्रम की शुरूआत केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के संबोधन से हुई। जेटली ने कहा
कि आज भारत के लिए एक नई यात्रा की शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा कि हम अहम देश
की अहम यात्रा के लिए एक हुए हैं। साथ ही वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र और
राज्य एक साथ मिलकर काम करेंगे और एक राष्ट्र एवं टैक्स हमारा उद्देश्य है।
जी एस टी की लॉचिंग – क्या बोले पीएम मोदी।
क्या बोले पीएम मोदी- देश एक नई व्यवस्था की ओर चल पड़ेगा। सवा सौ करोड़ देशवासी
इस ऐतिहासिक घटना के साक्षी हैं। अब कच्चा बिल और पक्का बिल जैसी चीजें खत्म हो जाएंगी
और गरीब को जो लाभ मिलने वाले है उसे मिल सकेंगे। जब 10 और 12वीं की परीक्षाओं के
नतीजे ऑनलाइन आने लगी थीं, तो पहले लोगों में घबराहट हुई थी, व्यवस्था भी हैंग हो गई थी,
लेकिन फिर सबको इस बारे में पता चल गया और अब इसे लेकर कोई दिक्कत नहीं है।
जब नई चीज आती है तो थोड़ा एडजस्टमेंट तो करना पड़ता है। अफवाहों के बाजार को
भंग करें और देश जब आगे चल ही चुका है, तो इसका साथ दें। जो राज्य ठीक से विकसित हुए हैं
उनको निवेश जल्दी मिलता है, लेकिन वो राज्य जो ठीक से विकसित नहीं हुए हैं,
जैसा कि पूर्वी भारत पिछड़ जाते हैं। अब उन्हें विकास के समान अवसर मिलेंगे और भी
आगे बढ़ सकेंगे। भारतीय रेलवे व्यवस्था को केंद्र और राज्य मिल कर चलाते हैं,
लेकिन उसे हम भारतीय रेल के रूप में देखते हैं और जीएसटी भी ऐसी ही व्यवस्था है।
यह ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत के लिए की गई व्यवस्था है, जिसके लिए आने वाली पीढिय़ां हमें
गर्व से स्वीकार करेंगी।
आर्थिक एकीकरण के लिए की गई पहल है।
आर्थिक एकीकरण- 2022 में भारत अपनी आजादी के 75 साल पूरे करेगा और जीएसटी हमारे लिए
मील का पत्थर साबित होगा। ये डिजिटल भारत के लिए किए जा रहे सुधार हैं और
‘वे ऑफ डूइंग बिजनेस की राह हैं। जीएसटी केवल आर्थिक सुधार की बात नहीं है,
ये आर्थिक सुधारों से आगे बढ़ कर सामाजिक सुधार की बात करता है। इसे भले ही
‘गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स कहा जा रहा है, लेकिन हकीकत में ये ‘गुड एंड सिंपल टैक्स है।
जीएसटी किसी एक सरकार की उपलब्धि नहीं है, बल्कि सबकी साझी विरासत है और
सबके साझे प्रयास की परिणति है, एक लंबी विचार प्रक्रिया का परिणाम है।
ये आर्थिक एकीकरण के लिए की गई पहल है। इससे अलग-अलग राज्यों में वस्तुओं पर
लगने वाला कर एक ही हो जाएगा और इसके बारे में लोगों में जो कंफ्यूजन रहता है,
वो नहीं रहेगा और इससे विदेशी निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
वित्त मंत्री ने कहा कि एक राष्ट्र एक टैक्स हमारा उद्देश्य है। यह भारत के लिए नई यात्रा
की शुरूआत है। जीएसटी अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। आज हम अहम देश की
अहम यात्रा के लिए इक_ा हुए हैं। अब केंद्र और राज्य मिलकर एक दिशा में काम करेंगे।
हम यह कह सकते हैं कि जीएसटी से नए भारत का निर्माण होगा। संविधान संशोधन के लिए
हमें सहयोग मिला है। प्रोफेसर दास गुप्ता से हमें जीएसटी की पहली शिक्षा मिली है।
जीएसटी की लॉचिंग – संसद की स्टैंडिंग कमेटी ने योगदान लायक सुझाव दिए।
संसद की स्टैंडिंग कमेटी ने योगदान लायक सुझाव दिए हैं। आपको बता दें कि जीएसटी की
प्रक्रिया 15 साल पहले शुरू हुई थी। जीएसटी काउंसिल अब तक 18 बार मिल चुकी है,
जिसमें हर निर्णय सर्व-सम्मति से हुए हैं। जीेएसटी के आने से 17 टैक्स और 23 तरह से सेस
खत्म हो जाएंगे। साथ ही देश में गुड्स एंड सर्विसेज का सिंगल फ्लो होगा। वित्त मंत्री ने
आगे कहा कि अब महीने की 10 तारीख को एक रिटर्न भरना होगा और जीएसटी से महंगाई और
टैक्स चोरी कम होगी। साथ ही जीेएसटी के लिए राज्यों ने एकमत से काम किया है।
जीएसटी-अच्छा एवं साधारण टैक्स – ये चीजें हो गई सस्ती।
वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) व्यवस्था आज पूरे देश में लागू हो गई। जीएसटी देश से
आम आदमी से लेकर बड़े बिजनेसमैन तक हर किसी की जेब पर असर डालेगी।
जीएसटी काउंसिल ने 1211 आइम्स के साथ ही 500 से अधिक सेवाओं पर टैक्स दरें तय कर
दी हैं। जानिए कौन-कौन सी चीजें एक जुलाई से देश में सस्ती होने जा रही हैं।
जीएसटी की लॉचिंग— खाने पीने की चीजें
- खाने पीने की चीजें
मिल्क पाउडर, दही, बटर मिल्क, अनब्रैंडेड नैचुरल हनी, डेयरी स्प्रैड, चीज, मसाले,
टी, गेहूं, चावल, ग्राउंडनट ऑयल, पाल ऑयल, सनफ्लोवर ऑयर, कोकोनट ऑयल,
मस्टर्ड ऑयल, चीनी, जागरी, पास्ता, स्पेगेटी, माक्रोनी, नूडल्स, फल, सब्जी, आचार, मुरब्बा,
चटनी, कैचअप, सोसेज, टॉपिंग एंड स्प्रैड, इंस्टेंट फूड मिक्स, मिनरल वॉटर, बिस्कुट।
- जीएसटी-अच्छा एवं साधारण टैक्स ! रोजमर्रा की चीजें
नहाने का साबुन, हेयर ऑयल, डिटरजेंट पाउडर, साबुन, टिशू पेपर, नैपकिन, मैच स्टिक,
कैंडल्स, कोल, केरोसीन, एलपीजी डोमेस्टिक, चम्मच, फोर्क, कर्छी, फिश लाइफ,
अगरब्बती, मंजन, टूथ पाउडर, काजल, एलपीजी स्टोव।
- जीएसटी की लॉचिंग— स्टेशनरी के सामान
नोटबुक, पैन, सभी तरह के पेपर, ग्राफ पेपर, एक्सरसाइज बुक्स, पिक्चर, ड्रॉइंग,
कल्रिंग बुक्स, पार्चेमेंट पेपर, कार्बन पेपर, प्रिंटर्स।
- जीएसटी की लॉचिंग— हेल्थकेयर
इंसुलिन, मेडिकल इस्तेमाल के लिए फिल्म, डाएग्नोस्टिक किट, चश्मे के गिलास,
डायबिटीज-कैंसर के लिए दवाएं।
- जीएसटी की लॉचिंग— कपड़े
सिल्क, वूलन फैब्रिक, खादी यार्न, गांधी टोपी, 500 से कम के जूते चप्पल,
1000 रुपए तक के कपड़े।
- जीएसटी की लॉचिंग— अन्य
15एचपी तक डीजल इंजन के वाहन, ट्रैक्टर रीयर टायर्स और ट्यूब, वजन मापने की मशीन,
यूपीएस, इलेक्ट्रिक ट्रांसफॉर्मर्स, हेल्मेट, पटाखे, वाइक्स, 100 रुपए से कम की फिल्म की टिकट,
पतंग, लग्जरी गाडिय़ां, मोटरसाइकल, इकोनॉमी क्लास की हवाई टिकट,
7500 रुपए कम की होटल का बिल, सीमेंट।
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