कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के सबसे कारगर उपाय।
डॉ. स्वप्नील बी. मंत्री (बालरोग तज्ञ)
समाज विकास संवाद!
कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने का सबसे कारगर उपाय, क्या हैं तीन लक्षण, कब होती है अस्पताल में भर्ती होने की ज़रूरत ? क्या मरीज़ को ऑक्सीजन या वेंटिलेटर की ज़रूरत है ? कोरोना के माइल्ड लक्षण हों तो क्या करें ?
मौजूदा समय में कोरोना वायरस के तीन ही आधिकारिक लक्षण हैं- बुख़ार,
खांसी और स्वाद या गंध की पहचान का जाना.
इसमें से कोई भी लक्षण होने पर व्यक्ति को आइसोलेशन में रहने की सलाह दी जाती है और
उनका टेस्ट कराया जाता है।
इन लक्षणों का अंदाज़ा होते ही आपको सचेत होना है और तमाम एहितायात बरतने होंगे,
जिसमें चिकित्सीय सलाह लेना भी शामिल है।
कोरोना वायरस संक्रमण!
क्या हैं ये तीन लक्षण !
कोरोना वायरस संक्रमण -क्या हैं तीन लक्षण ?
लगातार खांसी का आना- इस कारण लगातार खांसी हो सकती है,
यानी आपको एक घंटे या फिर उससे अधिक वक्त तक लगातार खांसी हो सकती है,
और 24 घंटों के भीतर कम से कम तीन बार इस तरह के दौरे पड़ सकते हैं.
लेकिन अगर आपको खांसी में बलग़म आता है तो ये भी चिंता की बात हो सकती है।
बुख़ार- इस वायरस के कारण शरीर का तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है,
जिस कारण व्यक्ति का शरीर गर्म हो सकता है और उसे ठंडी महसूस हो सकती है।
गंध और स्वाद का पता नहीं चलना- विशेषज्ञों का कहना है कि बुख़ार और खांसी के अलावा,
यह भी वायरस संक्रमण का वह संभावित महत्वपूर्ण लक्षण हैं जिन्हें नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।
खुद को सेल्फ़ आइसोलेट करना चाहिए
ऐसे में अगर आप या आप जिन लोगों के साथ रहते हों उनमें किसी में ये लक्षण हों तो उन्हें घर में ही;
खुद को सेल्फ़ आइसोलेट करना चाहिए ताकि यह संक्रमण दूसरों तक नहीं पहुंचे।
अमरीकी सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (सी डी सी) के मुताबिक ठंड लगना, कंपकंपी महसूस होना,
मासंपेशियों में दर्द और गले में खराश होना भी कोरोना वायरस की चपेट में आने के संकेत हो सकते हैं।
माना जा रहा है कोरोना वायरस के लक्षण दिखना शुरु होने में औसतन पांच दिन का वक्त लग सकता है
लेकिन कुछ लोगों में ये वक्त कम भी हो सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू एच ओ) के अनुसार वायरस के शरीर में पहुंचने और
लक्षण दिखने के बीच 14 दिनों तक का समय हो सकता है।
कोरोना वायरस को रोकने का कारगर उपाय! कब होती है अस्पताल में भर्ती होने की ज़रूरत?
जिन लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण है उनमें से अधिकतर लोग आराम करने और पैरासिटामॉल जैसी दर्द कम करने की दवा लेने से ठीक हो सकते हैं।
अस्पताल में भर्ती होने की ज़रूरत तब होती है जब व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत आनी शुरू हो जाए.
मरीज़ के फेफड़ों की जांच कर डॉक्टर इस बात का पता लगाते हैं कि संक्रमण कितना बढ़ा है,
क्या मरीज़ को ऑक्सीजन या वेंटिलेटर की ज़रूरत है।
क्या मरीज़ को ऑक्सीजन या वेंटिलेटर की ज़रूरत है।
लेकिन इसमें मरीज़ को अस्पताल के आपात विभाग यानी ऐक्सीडंट एंड इमर्जेंसी में भर्ती होने की ज़रूरत नहीं होती।
भारत में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की वेबसाइट पर कोरोना संक्रमण से जुड़ी हर जानकारी दी गई है।
अगर मरीज़ को सांस लेने में काफी परेशानी हो रही है तो वो भारत सरकार के हेल्पलाइन नंबर +91-11-23978046
या फिर 24 घंटों चलने वाले टोल फ्री नंबर 1075 पर संपर्क कर सकते हैं।
देश के विभिन्न राज्यों ने भी नागरिकों के लिए हेल्पलाइन शुरु किए हैं जहां ज़रूरत पड़ने पर फ़ोन किया जा सकता है।
कोरोना वायरस को रोकने का कारगर उपाय! अगर कोरोना के माइल्ड लक्षण हों तो क्या करें?
जिन लोगों को कोरोना के माइल्ड लक्षण हों उन्हें खुद को सात दिनों के लिए घर में ही सेल्फ़ आइसोलेट कर लेना चाहिए।
विशेषज्ञों की सलाह के मुताबिक कोरोना के माइल्ड लक्षण दिखने पर सीधे अस्पताल जाने से बचना चाहिए.
लेकिन ज़रूरत पड़ने पर चिकित्सकों से संपर्क कर सकते हैं।
कोरोना वायरस को रोकने का कारगर उपाय! – ख़ुद को कोरोना वायरस से कैसे बचाएं?
कोरोना वायरस यानी ‘कोविड 19’ से बचने के लिए आप नियमित रूप से अपने हाथ साबुन और पानी से अच्छे से धोएं।
जब कोरोना वायरस से संक्रमित कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है तो उसके थूक के बेहद बारीक कण हवा में फैलते हैं,इन कणों में कोरोना वायरस के विषाणु होते हैं।
संक्रमित व्यक्ति के नज़दीक जाने पर ये विषाणुयुक्त कण सांस के रास्ते आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं।
अगर आप किसी ऐसी जगह को छूते हैं, जहां ये कण गिरे हैं और फिर उसके बाद उसी हाथ से अपनी आंख,
नाक या मुंह को छूते हैं तो ये कण आपके शरीर में पहुंचते हैं।
ऐसे में खांसते और छींकते वक्त टिश्यू का इस्तेमाल करना, बिना हाथ धोए अपने चेहरे को न छूना और
संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।
कोरोना वायरस संक्रमण! Coronavirus Prevention Tips:
कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए कुछ सुझाव दिए हैं, जिनका पालन करके हम खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
COVID-19 वायरस के प्रभाव से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि आप नियमित तौर पर गुनगुना पीना पिएं।
Coronavirus Prevention Tips:
1. शरीर के इम्यून सिस्टम को दुरूस्त रखने के लिए आपको नियमित तौर पर उचित मात्रा में आंवला, एलोवेरा, गिलोय, नींबू आदि का जूस पीना चाहिए।
2. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के आप पानी में तुलसी रस की कुछ बूंदें डालकर पी सकते हैं।
गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीने से भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है।
3. इम्यून सिस्टम की बेहतरी के लिए आप अष्टादसांग काढ़ा, गुडूच्यादि काढ़ा ,
अमृतउत्तरम काढ़ा या सिरिशादी काढ़ा का सेवन करना उत्तम रहेगा।
4. घर और आस-पास के वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए आप नियमित तौर पर नीम की पत्तियों, गुग्गल,
राल, देवदारु और दो कपूर को साथ में जलाएं। उसके धुएं को घर और आस-पास में फैलने दें।
5. इसके अलावा आप चाहें तो गुग्गल, वचा, इलायची, तुलसी, लौंग, गाय का घी और
खांड को किसी मिट्टी के पात्र में रखकर जलाएं और उसके धुएं को घर और आस-पास में फैलने दें।
दो गज़ की दूरी – मास्क है जरूरी – बार बार हाथ धोना – सोशल डिस्टींग रखना भी जरूरी है।
6. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के लिए आप नियमित तौर पर तुलसी की 5 पत्तियां, 4 काली मिर्च,
3 लौंग, एक चम्मच अदरक का रस शहद के साथ ले सकते हैं।
7. चाय पीने के शौकीन हैं, तो आपको नियमित रूप से 10 या 15 तुलसी के पत्ते, 5 से 7 काली मिर्च,
थोड़ी दालचीनी और उचित मात्रा में अदरक डालकर बनाई गई चाय पीनी चाहिए। यह आपको रोगों से बचने में मदद करेगी।
इन सबके अलावा आपको कोरोना वायरस से बचने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी किए गए दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए।
इसी के साथ हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कि जा रही अपील।
आइए हम सभी मिलकर कोरोना महामारी पर विजय प्राप्त करने का प्रयास करने का संकल्प लेते हैं।
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