महाराष्ट्र

रेल्वेच्या 400 स्टेशन्स वायफायने सुसज्ज करण्याचे लक्ष्य – मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनविस्

सन 2018 पर्यंत 400 रेल्वे स्टेशन्स वायफायने सुसज्ज करण्याचे लक्ष्य आहे, हे साध्य करण्यासाठी रेल्वे, गुगल इंडिया, एमटीएनएल, बीएसएनएल आदी यंत्रणांनी सर्वंकष आराखडा तयार करावा, असे निर्देश मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांनी येथे दिले।

नांदेड जिल्ह्यातील अनुदानित वसतिगृह यांना आवश्यक निधी देण्यात येईल- दिलीप कांबळे

नांदेड जिल्ह्यातील 205 अनुदानित वसतिगृहांना प्रलंबित व चालू वर्षातील अनुदान अदा करण्यासाठी आवश्यक निधी उपलब्ध करुन देण्यात येईल, अशी माहिती सामाजिक न्याय राज्यमंत्री दिलीप कांबळे यांनी आज विधानसभेत दिली.

मुख्यमंत्री ग्रामीण विकास फेलोशिप कार्यक्रम-महाराष्ट्र सरकार का उपक्रम !

Chief Minister of Maharashtra, Devendra Fadnavis has planned a‘Chief Minister’s Rural Development Fellowship Programme 2016’to harness the talent and passion of young professionals intransforming rural Maharashtra.

धसई बना देश का पहला कैशलेस गांव – प्रधानमंत्री मोदी का सपना सकारात्मकता की और!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल लेने- देन पर जोर देने के आग्रह के बीच ठाणे जिले का धसई गांव देश का पहला नकदी रहित (कैशलेस) गांव बन गया है।महाराष्‍ट्र के वित्‍त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने धसई गांव पहुंचकर अपने डेबिट कार्ड से अनाज खरीदकर गांव में कैशलेस उपक्रम की शुरुआत की।इस गांव में व्‍यापारी, सब्‍जी और फल विक्रेता और अन्‍य वस्‍तु और सेवा प्रदान करने वाले नकदी रहित लेन-देन के लिए स्‍वाइप मशीनों का उपयोग कर रहे हैं।
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महाराष्ट्र में नगर परिषद् की मिनी विधानसभा चुनाव में खिला कमल.

147 नगर परिषद और 18 नगरपंचायतों के मिनी विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सभी कोपटखनी देते हुए सबसे अधिक 31 नगर परिषदों में जीत हासिल की। इसके अलावा 52 नगरपरिषदों में भाजपा के नगराध्‍यक्ष चुने गए।20 नगरपरिषद जीतकर कांग्रेस दूसरे नंबर पर रही, जबकि वर्ष 2011 के  नगरपरिषद चुनाव पर पहले नंबर पर रही राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी 17 जगहों पर जीतकर चौथे स्‍थान पर रही।

मैं उस वक्‍त थरथर कांप रहा था,भारतीय रक्षा मंत्री मनोहर परिक्कर!

देश के रक्षा मंत्री और गोवा के पूर्व मुख्‍यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने खुलासा किया है कि जब वे रक्षा मंत्री का पदभार संभाल रहे थे,उस दिन वे थर-थर कांप रहे थे, लेकिन उन्‍होंने यह बात किसी को जाहिर नहीं होने दी और अपने अनुभव पर भरोसा रखते हुए हिम्‍मत भरा चेहरा पेश किया।