नए संसद भवन की बिस्तृत जानकारी, छत पर बने राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण प्रधानमंत्री द्वारा!
समाज विकास संवाद!
न्यू दिल्ली,
नए संसद भवन की बिस्तृत जानकारी, छत पर बने राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण प्रधानमंत्री द्वारा!
आजादी की अमृत महोत्सव वर्ष के अवसर पर हो सकता है नए संसद भवन की उद्घाटन!
प्रधानमंत्री ने नए संसद भवन की छत पर बने राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण किया, साथ साथ नए संसद के
निर्माण में शामिल श्रमजीवियों के साथ बातचीत की!
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सुबह नए संसद भवन की छत पर बने राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण किया।
प्रधानमंत्री जी ने ट्वीट किया:
“आज सुबह, मुझे नई संसद की छत पर बने राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण करने का सम्मान मिला।”
This morning, I had the honour of unveiling the National Emblem cast on the roof of the new Parliament. pic.twitter.com/T49dOLRRg1
— Narendra Modi (@narendramodi) July 11, 2022
प्रधानमंत्री ने नई संसद के निर्माण में शामिल श्रमजीवियों के साथ बातचीत की।
“संसद के निर्माण में शामिल श्रमजीवियों के साथ मेरी अद्भुत बातचीत हुई।
हमें उनके प्रयासों पर गर्व है और हम देश के लिए उनके योगदान को हमेशा याद रखेंगे।”
I had a wonderful interaction with the Shramjeevis who have been involved in the making of the Parliament. We are proud of their efforts and will always remember their contribution to our nation. pic.twitter.com/p4LUFmCTDx
— Narendra Modi (@narendramodi) July 11, 2022
राष्ट्रीय प्रतीक का कुल वजन 9500 किलोग्राम और यह प्रतिक कांस्य से बना है!
राष्ट्रीय प्रतीक कांस्य से बना है और इसका कुल वजन 9500 किलोग्राम है तथा इसकी ऊंचाई 6.5 मीटर है।
इसे नए संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष के शीर्ष पर बनाया गया है।
प्रतीक के मजबूती देने के लिए लगभग 6500 किलोग्राम वजन वाले स्टील की एक सहायक संरचना का भी निर्माण किया गया है।
नए संसद भवन की छत पर राष्ट्रीय प्रतीक के निर्माण की अवधारणा का रेखाचित्र और
प्रक्रिया आठ विभिन्न चरणों से गुजरी है,
जिसमें मिट्टी के प्रारूप / कंप्यूटर ग्राफिक डिजाईन से लेकर कांस्य ढलाई और पॉलिश करने तक की तैयारी शामिल हैं।
नए संसद भवन की बिस्तृत जानकारी!
नए संसद भवन की आधारशिला दिसंबर 2020 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखी गई थी।
योजना के अनुसार, नया भवन चार मंजिला होगा, जिसमें बैठने की क्षमता 1,224 व्यक्ति की होगी और
इस नयी भवन को तैयार करने का कुल लागत 970 करोड़ रुपये होगी।
यह नए संसद भवन मौजूदा ब्रिटिश औपनिवेशिक द्वारा बनाया गया भारत की पराधीनता के प्रतिक संसद ढांचे की जगह लेगा,
ब्रिटिश वास्तुतग्य लुतयें द्वारा बनाया गया मौजूदा संसद भवन की ढाँचे ने 2021 में 100 साल पूरे किए।
सरकार के एक बयान में कहा गया था कि नया ढांचा, आकार में त्रिकोणीय, ‘आत्मनिर्भर भारत‘ की दृष्टि का
एक आंतरिक हिस्सा होगा और अंग्रेजो से आजादी मिलने के बाद पहली बार स्वाधीन भारत के लोगों की संसद बनाने का
एक ऐतिहासिक अवसर होगा।
नई संसद की संरचना तीन विषयों पर आधारित!- राष्ट्रीय फूल, राष्ट्रीय पक्षी और राष्ट्रीय वृक्ष!
2022 में स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ में ‘नए भारत’ की जरूरतों और आकांक्षाओं को पूरा करेगा।
नई संसद की संरचना तीन विषयों पर आधारित होगी –
राष्ट्रीय फूल कमल, राष्ट्रीय पक्षी मोर और राष्ट्रीय वृक्ष बरगद का पेड़।
जबकि राष्ट्रीय फूल कमल की अनुरूप नए ढांचे राज्यसभा में होगा, राष्ट्रीय पक्षी मोर और
राष्ट्रीय वृक्ष बरगद का पेड़ क्रमशः लोकसभा के परिसर और सेंट्रल लाउंज में प्रमुख होगा।
मिली जानकारी के अनुसार नई इमारत में छत पर फ्रेस्को पेंटिंग होंगे एवं भीतरी दीवारों पर खुदाई किया हुआ वैदिक श्लोक और राष्ट्रीय प्रतीक भी होगा।
टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा निर्मित और अहमदाबाद स्थित एचसीपी डिज़ाइन एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा
डिज़ाइन किया गया नया भवन, सभी आधुनिक ऑडियो-विज़ुअल संचार सुविधाओं और डेटा नेटवर्क सिस्टम से लैस होगा।
विव्यांग के सुविधा हेतु नया निर्माण व्हीलचेयर-सुलभ होगा। इसके अतिरिक्त,
भवन में मंत्रियों के लिए आधुनिक तांत्रिक उपक्रम से सज्जित कार्यालय होंगे।
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राष्ट्रीय प्रतीक का वजन,
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