फ्रीज हो सकती है साइकिल चिन्ह- पर मिलेगा किसे? पिता मुलायम या फिर बेटे अखिलेश को ?

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फ्रीज हो सकती है साइकिल चिन्ह- पर मिलेगा किसे? पिता मुलायम या फिर बेटे अखिलेश को ?

Cycle sign may freeze – but who will get it? Father Mulayam or son Akhilesh?
समाज विकास संवाद!
नई दिल्‍ली।

फ्रीज हो सकती है साइकिल चिन्ह- पर मिलेगा किसे ? पिता मुलायम या फिर बेटे अखिलेश को ? नेताजी के साथ मरते दम तक।

उत्‍तरप्रदेश में जारी सपा के सियासी दंगल के बीच अब पार्टी के अधिकृत चुनाव चिन्‍ह साइकिल

को हथियाने की होड़ मच गई है। रविवार को सपा के स्‍वयंभू राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष बने अखिलेश यादव

गुट और मुलायम सिंह गुट दोनों साइकिल को कब्‍जाने के लिए चुनाव आयोग जाने की तैयारी में है।

इधर पूर्व चुनाव आयुक्‍त एसवाई कुरैशी का कहना है कि साइकिल चुनाव चिन्‍ह फ्रीज हो सकता है।

चुनाव आयोग को इस तरह के फैसले लेने में लंबा वक्‍त लगता है, ऐसे में दोनों गुटो को

अलग-अलग चुनाव चिन्‍ह आवंटित किया जा सकता है।

खबरों के अनुसार मुलायम सिंह यादव सोमवार चार बजे चुनाव आयोग जाएंगे।

अखिलेश गुट से कौन जा रहा है, अभी इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई है।

इधर मुलायम गुट ने पांच जनवरी को आयोजित सपा का अधिवेशन फिलहाल स्थगित

कर दिया गया है। रविवार को लखनऊ के जनेश्‍वर पार्क में रामगोपाल यादव के बुलाए

अधिवेशन को मुलायम ने अवैध बताकर पांच जनवरी को अधिवेशन बुलाने की घोषणा की थी।

 

साइकिल चिन्ह- मिलेगा किसे? हम नेताजी के साथ मरते दम तक रहेंगे।

रविवार के अधिवेशन में मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव को पार्टी का राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष बनाया गया,

जबकि मुलायम सिंह को संरक्षक बनाया गया था।

इसके साथ ही पार्टी में विवाद की जड़ माने जा रहे महासचिव अमर सिंह को पार्टी से

बाहर का रास्‍ता दिखाया गया। अखिलेश ने अपने चाचा शिवपाल यादव से प्रदेश अध्‍यक्ष की

कमान लेकर उनकी जगह नरेश उत्‍तम को प्रदेश की बागडोर सौंप दी थी!

मिली जानकारी के अनुसार अखिलेश ने सोमवार को विधायकों की बैठक बुलाई।

सूत्रों के अनुसार इस बैठक में सीएम ने अपने करीबी विधायकों से कहा कि वे और

नेताजी (मुलायम सिंह) एक ही हैं, इसलिए जब उनके नारे लगाए जाएं तो नेताजी का नाम

भी लिया जाए। इधर शिवपाल यादव का कहना है कि नेताजी इस समय पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष हैं

और आगे भी रहेंगे। हम नेताजी के साथ मरते दम तक रहेंगे।

समाजवादी पार्टी में जारी घमासान में शामिल होने के लिए अमर सिंह लंदन से वापस दिल्‍ली

लौट आए हैं। अमर सिंह ने कहा कि वे मुलायम सिंह के लिए हमेशा नायक बने रहें,

लेकिन यदि जरूरत पड़ी तो खलनायक बनने के भी तैयार हैं। उन्‍होंने कहा कि वे हमेशा

मुलायम सिंह के साथ थे और आगे भी रहेंगे।

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