महाराष्ट्र राजनीति! श्री एकनाथ शिंदे बने मुख्यमंत्री, श्री देवेंद्र फडणवीस बनेंगे उप मुख्यमंत्री! क्या है वो सात मुख्य कारण?
देवेंद्र फडणवीस जी सरकार सामिल हो! -भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे पि नद्दा व् गृह मंत्री श्री अमित शाह ने किया व्यक्तिगत अनुरोध!
सोमेन मुखोपाध्याय ( राजनैतिक विश्लेषक )
समाज विकास संवाद!
मुंबई,
महाराष्ट्र राजनीति! श्री एकनाथ शिंदे बने मुख्यमंत्री, श्री देवेंद्र फडणवीस बनेंगे उप मुख्यमंत्री! क्या है वो सात मुख्य कारण?
श्री देवेंद्र फडणवीस सरकार सामिल हो! -भारतिया जनता पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे पि नद्दा व् गृह मंत्री श्री अमित शाह ने किया व्यक्तिगत अनुरोध!
“भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र का डिप्टी सीएम बनने को कहा” – भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पि नड्डा!
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने फैसला किया कि देवेंद्र फडणवीस को सरकार का हिस्सा होना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख श्री जगत प्रकाश नड्डा ने गुरुवार को कहा कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने देवेंद्र फडणवीस को एकनाथ शिंदे सरकार में महाराष्ट्र का उपमुख्यमंत्री बनने के लिए कहा है।
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने फैसला किया है कि देवेंद्र फडणवीस को सरकार का हिस्सा बनना चाहिए।
इसलिए, उनसे एक व्यक्तिगत अनुरोध किया और केंद्रीय नेतृत्व ने कहा है कि देवेंद्र फडणवीस को
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के रूप में कार्यभार संभालना चाहिए, ”एएनआई ने नड्डा के हवाले से कहा।
#WATCH | "…BJP's central leadership has decided that Devendra Fadnavis should become a part of the Govt. So, made a personal request to him and Central leadership has said that Devendra Fadnvais should take charge as Deputy CM of Maharashtra..," BJP national president JP Nadda pic.twitter.com/Gxmt4zurym
— ANI (@ANI) June 30, 2022
एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री सात मुख्य कारण
श्री अमित शाह ने कहा कि फडणवीस जी ने श्री एकनाथ शिंदे कैबिनेट में शामिल होने का फैसला किया है।
केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि फडणवीस ने एकनाथ शिंदे कैबिनेट में शामिल होने का फैसला किया है।
“भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश के बाद, देवेंद्र फडणवीस ने लोगों के हित में सरकार में शामिल होने का फैसला
करके बड़ा दिल दिखाया है। यह निर्णय राज्य के प्रति उनके सच्चे समर्पण को दर्शाता है।
मैं उन्हें इस फैसले के लिए बधाई देता हूं, ”गृह मंत्री ने ट्वीट किया।
यह सन्देश श्री फडणवीस द्वारा शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे को नए मुख्यमंत्री के रूप में मनोनीत करने के बाद आया है।
श्री एकनाथ शिंदे आज शाम साढ़े सात बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
इससे पहले, फडणवीस ने प्रेस में कहा कि वह सरकार का हिस्सा नहीं होंगे और
श्रीएकनाथ शिंदे सरकार को पूरा समर्थन देंगे। फडणवीस ने कहा था, “मैं सरकार से बाहर हो जाऊंगा,
लेकिन उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद एक विकल्प के रूप में आने वाली सरकार के सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करूंगा।”
भाजपा अध्यक्ष श्री @JPNadda जी के कहने पर श्री @Dev_Fadnavis जी ने बड़ा मन दिखाते हुए महाराष्ट्र राज्य और जनता के हित में सरकार में शामिल होने का निर्णय लिया है।
यह निर्णय महाराष्ट्र के प्रति उनकी सच्ची निष्ठा व सेवाभाव का परिचायक है। इसके लिए मैं उन्होंने हृदय से बधाई देता हूँ।
— Amit Shah (@AmitShah) June 30, 2022
एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री सात मुख्य कारण
एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री सात मुख्य कारण!- महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे व् उपमुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फडणवीस!
नए मुख्यमंत्री के रूप में एकनाथ शिंदे की औपचारिक घोषणा तब हुई जब उन्होंने और
श्री फडणवीस ने सरकार गठन के लिए दावा पेश करने के लिए राजभवन में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की।
श्री एकनाथ शिंदे, जिन्होंने बुधवार को मुख्यमंत्री पद से उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के लिए शिवसेना विधायकों के
एक सफल विद्रोह का नेतृत्व किया, इनके पास 50 विधायकों का समर्थन है।
जैसा कि महाराष्ट्र आज शाम 7 बजे भाजपा के देवेंद्र फडणवीस के नए मुख्यमंत्री के रूप में स्वागत करने की तैयारी कर रहा था,
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे के राज्य के सीएम बनने की खबर ने कई लोगों को चौंका दिया।
देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे ने नई सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राजभवन में राज्यपाल बीएस कोश्यारी से मुलाकात के तुरंत बाद पत्रकारों को संबोधित किया।
अब एकनाथ शिंदे आज शाम मुंबई के राजभवन में नए सीएम के रूप में शपथ लेंगे।
एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री सात मुख्य कारण
एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री सात मुख्य कारण!- भाजपा केंद्रीय नेतृत्व द्वारा इस चौंकाने वाली निर्णय के पीछे के ये सात संभावित कारण !
भाजपा केंद्रीय नेतृत्व द्वारा इस चौंकाने वाली निर्णय के पीछे के ये सात संभावित कारण !
राजनैतिक विचार के लिए प्रतिबध्वता!
- 2019 में, भाजपा और शिवसेना ने गठबंधन में राज्य विधानसभा चुनाव लड़ा और जीता।
हालांकि, परिणाम के बाद, इस सवाल पर गठबंधन टूट गया कि मुख्यमंत्री पद पर कौन कब्जा करेगा।
इसके तुरंत बाद, भाजपा के देवेंद्र फडणवीस ने एनसीपी के अजीत पवार के समर्थन से सुबह-सुबह सीएम पद की शपथ
लेकर राजनीतिक जगत को चौंका दिया। जल्दबाजी में किया गया यह गठबंधन टिक नहीं पाया,
लेकिन इस कदम ने भाजपा को एक ऐसी पार्टी के रूप में पेश किया- जिसे सत्ता की लालसा थी।
एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद पर स्थापित करने के बाद भाजपा एक ऐसी पार्टी की छवि पेश कर सकती है-
जो कभी भी सत्ता के पीछे नहीं है, परन्तु आपनी राजनैतिक विचार एवं आचार के लिए सदा प्रतिबद्ध रहते है ।
भावनात्मक निर्णय!
- महाराष्ट्र के सीएम के रूप में आपना त्यागपत्र देते समय , उद्धव ठाकरे जी ने भाजपा द्वारा पीठ में छुरा घोंपने की कहानी स्थापित करने में कामयाब रहे।
उद्धव ठाकरे ने अपने इस्तीफे के भाषण के दौरान कहा, “आपने [भाजपा ने] बालासाहेब के बेटे को नीचे उतारा है।”
जहां तक आम मतदाताओं का सवाल है- उद्धव ठाकरे द्वारा कही गयी इस भावनात्मक वक्तव्य में
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिव सेना को आनेवाले १६ महानगर पालिका चुनाव में भरपूर राजनीतिक लाभ दिलाने की क्षमता राखते थे।
भाजपा केंद्रीय नेतृत्व द्वारा एक ‘शिवसैनिक’ को मुख्यमंत्री सुनिश्चित करने से इस आख्यान का उतना असर आनेवाले चुनाव शयद नहीं होगा।
बालासाहेब ठाकरे जी के प्रति वैचारिक समर्पण!
3. भाजपा स्पष्ट रूप से एक ऐसी छवि बनाना चाहती है कि वे वास्तव में शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे जी की
प्रखर राष्ट्रवादी हिंदुत्ववाद के विरासत का पुरजोर समर्थन करते है एवं भविष्य में भी करते रहेंगे!
देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह घोषणा की कि महाराष्ट्र में स्थिरता, हिंदुत्ववाद एवं
विकास के लिए श्री एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के सीएम होंगे।
आखिर इस घोषणा के जरिये भाजपा ने सीएम की कुर्सी पर एक ‘शिवसैनिक’ के साथ देने के साथ साथ
“बालासाहेब का सपना अब भी पूरा’ हो रहा है” जैसे भावनाओ को जनमानस में पुनः स्थापित करने में सफल होते दिख रहे है!
संगठनिक बिभाजन का राजनैतिक लाभ!
- महाराष्ट्र में हाल के घटनाक्रम ने सवाल खड़ा कर दिया है: असली शिवसेना कौन है?
यह सवाल शायद कुछ समय के लिए अनुत्तरित रहेगा, लेकिन बालासाहेब की सच्ची विरासत को आगे बढ़ाने के लिए
मुखर रहे एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री के रूप में होने से भाजपा के लिए यह दावा करना आसान हो जाएगा
कि 2024 के चुनाव आने पर भाजपा असली शिवसेना पार्टी के साथ है।
संभावित राजनैतिक अस्थिरता से सावधानी!
5. एकनाथ शिंदे को भले ही शिवसेना के विधायकों का एक बड़ा समर्थन प्राप्त हो,
लेकिन राजनीति में किसी भी मुद्दे पलके झपक ने से पहले बदल सकती हैं और इसलिए,
‘विद्रोही’ विधायकों के एक बार फिर से बगावत करने का खतरा हमेशा क्षितिज पर बना रहता है।
हालांकि, ये विधायक अपनी ही शिवसेना पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार के हिस्से के रूप में रहने से,
इनके फिर से बागी होने का खतरा अथवा राष्ट्र वादी कांग्रेस अथवा कांग्रेस द्वारा इन्हें प्रलुब्ध करने का खतरा कम हो जाएगा।
आतंक वाद के बिरुद्ध लड़ाई में एक और साथी!
6. देश भर में फिर से सर उठाने वाले आतंकी गतिविधियों के खिलाफ कारवाई में महाराष्ट्र के आघाड़ी सरकार से
मदद की उम्मीद ना के बराबर था! उद्धव ठाकरे भी चाहते हुए इस गतिविधियों को रोकने के लिए कुछ नहीं कर सकते थे,
परन्तु अब भाजपा के संरक्षण व् समर्थन वाली एकनाथ शिंदे जी की शिवसेना सरकार इन आतंकवादी गतिबिधियो को
रोकने के लिए केंद्र का पूरी तरह से साथ देने में समर्पित होंगे!
भविष्य की राजनैतिक कर्तुत्व की बीज रोपण!
7. महाराष्ट्र में अब बीजेपी जूनियर पार्टनर के तौर पर सत्ता में है और शिवसेना में भारी असमंजस में है,
भाजपा पार्टी के पास अब एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना सरकार स्थापन करने की भावनात्मक व्
राजनैतिक श्रेय मिलने के बाद आनेवाले महानगर पालिका चुनाव सहित 2024 के लोकसभा चुनाव तक
आम मतदाताओ की भरपूर साथ मिलने की आशा व् उम्मीद दोनों ही रहेगा,
जो इन्हें २०२४ की विधानसभा चुनावों के बाद अपने दम पर सरकार बनाने का मौका भी देगा!
…
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